हमारे देश में आतंकवादियो की एक बड़ी लंबी फेहरिस्त है और इन आतंकवादियों के हाथों मारने वाले लोगों की संख्या इराक और पाकिस्तान में मरनें वालों से बहुत ज्यादा है चुकी भारतीय मिडिया को कल ही एक नए नाम (वेश्या)से नवाज़ा गया है जो बील्कुल सही भी है भगवा आतंकवाद से दंगों में हजारो बेकसूर का मारना , पुलिसिया आतंकवादियो द्वारा
एनकाउंटर के नाम पर हत्या , नक्सलवादियो द्वारा की गया हत्या , सरकार के गुप्त एजेंडा (पॉलिसी)में अल्पसंख्यको को मार देना या बेकसूरों को जेलों में डाल देना ।
अगर सब आंकड़ों का अध्ययन किया जाय तो हमारा देश दुनियाँ का न0 एक आतंकी देश साबित होगा।
अगर यही हालात रहे देश के तो हम को फलिस्टिनियो की तरह ज़ुल्म सहना पड़ेगा शहीद होना पड़ेगा अगर हमने आवाज़ नही उठाई तो ये मामला एक इंसान या स्टेट का नही हम सब का हँ जो जहा हँ वही आवाज़ उठाए वरना कल अपनी बारी का इन्तिज़ार करे इसी तरह कभी देश के दुश्मनो के हाथो तो कभी सिस्टम के हाथो मारने के लिए !!
कभी गलती से भी इनके खिलाफ आवाज मत उठाना वरना आप कम्युनल या देशद्रोही घोषित कर दिये जाओग अब इनके बारे में कुछ कह दो तो सबसे पहले अपने ही लोग देशभक्ति का सर्टिफिकेट मागने चले आयेगे ।
आपका
साइम इसरार
एक स्वतंत्र लेखक
( राष्ट्रीय प्रवक्ता )
यूथ फॉर इंडिया
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